24GhontaLive संवाददा/ राजीव गुप्ता/ बैरकपुर/ 11 अप्रैल : कौन होगा भाटपाड़ा पौरसभा में उप प्रधान । चुनाव के परिणामों की घोषणा के सवा महीने बाद भी कई नगरपालिकाओं में अभी तक नही हो सका बोर्ड का गठन तो वहीं भाटपाड़ा में उप प्रधान तक की घोषणा नहीं हो सकी ।

जगद्दल व भाटपाड़ा दो विधानसभा को लेकर बने इस नगरपालिका में पौर प्रधान बनाया गया है बुजुर्ग महिला पार्षद श्रीमती रेबा रहा को, जो की जगद्दल की निवासी हैं । अब बारी है उप प्रधान व सी.आइ.सी. चुनने की । अधिकतर संभावना है की उप प्रधान भाटपाड़ा से ही हों ।

अनुमानतन आज सोमवार 11 अप्रैल को हो सकता है इसका फैसला । हालांकि इस क्रम में जो नाम सामने आ रहे हैं उनमें 1) गोपाल राउत, 2) जीतू साव, 3) अमीत गुप्ता, 4) देबज्योती घोष व 5) अरुण ब्रह्म ।
लेकिन यह भी अनुमान है की अब भाटपाड़ा जगद्दल में पार्टी हिंदी भाषियों पर ज्यादा भरोसा करने से कतरा रही है । शायद इसी कारण सबसे बेहतरीन परफार्मेंस के बाबजूद भी गोपाल राउत को चेयरमैन नहीं बनने दिया गया, और तो और रही सही कसर कल के विश्व हिंदू परिषद द्वारा निकाला गया राम नवमी के जुलूस ने पूरा कर दिया । जहां लोग इतने भगवा मय हो गए की तृणमूल के कार्यालयों से कहीं योगी मोदी के नाम का जप तो कहीं “जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे” का धुन तक सुनाई देने लगा ।

जितना भीड़ कल भाटपाड़ा के जुलूस में हुआ शायद पूरे भारत में इतना बड़ा जुलूस नही निकला होगा और इस जुलूस में 99% लोग हिंदी भाषी ही थे ।

भले पार्टी के आला नेता इसपर कुछ बोल नहीं पा रहे हों, इसका मतलब ये नहीं की इससे वे खुश हैं। लेकिन इस बात से भी अब इनकार नहीं किया जा सकता की हिंदी भाषियों की अवहेलना पार्टी पर आगे भारी पड़ सकता है । आज भाटपाड़ा नगरपालिका का बोर्ड गठन तथा उप प्रधान के घोषणा के बाद बहुत कुछ निर्भर करेगा आगे का भविष्य ।

कल के जुलूस में देखा जाय तो अगुवाई में तृणमूल के ही प्रियांगु पांडे, अमित गुप्ता, तरुण साव, अमित साव जैसे नेतागण थे लेकिन हिंदी बहुल इलाके में अगर हिंदुओं को उचित सम्मान पार्टी ही न दे तो ये तबका कब तक शासक दल के साथ रहेगा ये बहुत बड़ा सवाल है।
अब देखना है आज के पार्टी द्वारा लिए गए फैसले को ।