24 घंटा लाइव संवाददाता/ राजीव गुप्ता/ 29 जुलाई 2023: कल से लगातार सोशल मीडिया में तर्क का विषय बना हुआ है तिरंगे से छेड़छाड़ का मामला । आरोप के अनुसार कल शुक्रवार भाटपाड़ा रेल ब्रिज के ऊपर लगाया गया था विवादित तिरंगा जिसमे अशोक चक्र के जगह दर्शाया गया था चांद तारा ।
प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा दावा किया जा रहा है की इसे गुरुवार को ही देखा गया था और तर्क बढ़ने पर इसे खोल लिया गया ।

लेकिन विवाद थामते ना थामते आज पुनः उस विवादित झंडे को भाटपाड़ा थाने के ठीक विपरीत पौरसभा के एक दीवार पर लहराते देखा गया ।

जबकि मुहर्रम के दौरान तिरंगे से छेड़छाड़ का ये इकलौता मामला नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में भी ऐसा ही मामला सामने आया है । जहां पलामू जिले चैनपुर थानाक्षेत्र के डालटनगंज कल्याणपुर इलाके में कंकरी मार्ग पर शुक्रवार को निकले मुहर्रम के जुलूस में भी कुछ ऐसा ही दिखा था दृश्य ।

इस जुलूस में दिखे तिरंगे से अशोक चक्र हटाकर उसमे उर्दू में कुछ लिखा हुआ तो था ही, साथ ही उसमें तलवार भी अंकित किया गया था ।

आखिर ऐसा करने के पीछे क्या है इनका मकसद, या सोच ये प्रश्न बना ही हुआ है । लेकिन इसपर प्रशासन से लेकर राष्ट्रवादी लोगों की चुप्पी हैरान कर रही है आम लोगों को।

हालांकि भाटपाड़ा में निकले ताजिया के जुलूसों में नजारा विवादों से अछूता रह । यहां जुलूस में निकले युवकों के हाथों में बखूबी देखा गया देश का राष्ट्रीय ध्वज सबका प्यारा तिरंगा ।

फिर भी उन लोगों से सवाल रह ही जाता है की आखिर तिरंगे से छेड़छाड़ करना कितना उचित है और क्या है इसकी वैधानिकता ।

कहीं भाटपाड़ा में विवादित तिरंगा का दिखना यहां के शांत माहौल को बिगड़ने की कोशिश तो नहीं ? इससे प्रशासन पूरी मुस्तैदी से निपटने को कोशिश भी करती दिखाई दे रही है ।