२४ घंटा लाइव संवाददाता / राजीव गुप्ता / बैरकपुर / १ अगस्त २०२२: पीछले २२ जुलाई से जगह जगह रुपए बरामद होने के वजह से चर्चा में हैं बंगाल की राजधानी । मानो जैसे कैश नगरी में बदल चुका है मायानगरी ।
राज्य के निष्कासित मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से भारी मात्रा मे पैसे बरामद होने के बाद रोज लोग अपनी नजर टीवी चैनलों या सोशल मीडिया पर बनाए रहते हैं, की किस पल कहां से कैश बरामद हो जाने की खबर आ जाए ।
लगातार दो ठिकानों से भारी मात्रा में नगदी रुपए तथा अन्य सामान बरामद होने के बाद तीसरी जगह से भले खाली हाथ लौटना पड़ा ED को, लेकिन एकबार फिर हावड़ा से झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायकों को नगदी के साथ पकड़े जाने की खबरों से पुनः बढ़ गया रोमांच । इरफान अंसारी, राजेश कश्यप व नमन विक्सेल कोंगारी नमक तीन विधायकों के पास से ४९ लाख रुपए नगद बरामद हुए हैं।
पकड़े गए विधायकों से पूछ ताछ से मिले बयान में इन रुपयों के बारे में असंगति पाए गए, साथ ही उनके निशानदेही पर झारखंड के रांची पुलिस ने सेपेशल ब्रांच के इनपुट के आधार पर आदित्य सिंह नाम के व्यक्ति को शनिवार देर रात अर्गोरा इलाके से गिरफ्तार किया ।
आदित्य सिंह से भी पूछ ताछ में कई रहस्यों का पता चलने का दावा कर रही पुलिस लेकिन आधिकारिक रूप से कुछ भी बताने से बच रही है ।
इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस सूत्रों के अनुसार झारखंड में सरकार गिरने की साजिस से इनके तार जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है, साथ ही एक अखबार में छपे खबर के अनुसार आदित्य सिंह बंगाल तृणमूल नेता तथा बैरकपुर सांसद अर्जुन सिंह के रिश्तेदार भी हैं ।
तृणमूल के ही कुछ नेताओं के अनुसार आदित्य सिंह और सांसद अर्जुन सिंह के बीच रिश्ते होने से साथ साथ कई व्यावसाईक साझेदारी भी है । लेकिन वास्तविकता जो सामने आ रही है की पकड़े गए आदित्य सिंह, अर्जुन सिंह के रिश्तेदार आदित्य सिंह नहीं बल्कि कोई अन्य व्यक्ति है ।
हालांकि इस पूरे प्रकरण में सांसद अर्जुन सिंह के तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अपने तीनों विधायकों को निलंबित कर दिया है ।