24 घंटा लाईव/ निजी संवाददाता / 9 सितंबर 2020 : सुशांत सिंह राजपूत के मौत का मामला काफी तूल पकड़ता हुआ दिख रहा है।
हालांकि सुशांत के मामले में शुरू से ही पुलिस की भूमिका के सवाल उठते रहे हैं। उनपे तथ्यों को छुपाने जैसे आरोप भी लगते रहे हैं।
इस दौरान देखा जा रहा है, महाराष्ट्र सरकार की पुलिस एक ओर ना जाने क्यों ऐसा लग रहा है कि रिया चक्रबर्ती को बचाने में लगी हैं तो दूसरी ओर ड्रग्स माफियाओं के विरुद्ध बोलने पर भड़के शिवसेना सरकार ने कंगना राणावत के घर पर भी अनैतिक रूप से बुलडोजर चलवाकर दिनदहाड़े तानाशाही का नजारा भी पेश किया।
इससे भी मन नहीं भरा तो सत्ता के नशे में चूर महाराष्ट्र सरकार की पुलिस ने लोकतंत्र का गला घोंटते हुए 2 पत्रकारों समेत कुल 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया ।
इन्हें चार दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भी भेजा गया है। महाराष्ट्र पुलिस का आरोप है कि तीनों लोग सीएम उद्धव ठाकरे के रायगढ़ स्थित फार्म हाउस में बिना इजाज़त घुसने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक़, गिरफ्तार किए गए रिपब्लिक भारत के कर्मचारियों में चैनल रिपोर्टर अनुज कुमार, वीडियो पत्रकार यशपालजीत सिंह और ड्राइवर प्रदीप दिलीप धनवडे हैं। रिपब्लिक मीडिया का कहना है कि बिना किसी कानूनी कार्रवाई के हमारे कर्मचारियों को इस तरह जेल में डालना सरासर लोकतंत्र की हत्या⁷ है।
24 घंटा लाईव भी मीडिया कर्मियों की अनैतिक रूप से गिरफ्तारी जैसे मुंबई पुलिस की बदले की भावना से किए गए इस घिनौने कृत्य की भर्त्सना व कड़ी निन्दा के साथ पत्रकारों के जल्द शकुशल रिहाई की मांग करता है।